स्टाॅक मार्केट में अपट्रेन्ड क्या होता है ?
What is Uptrend in Stock Market?
ट्रेन्ड क्या होता है(What is Trend):-
ट्रेन्ड का मतलब हाेता चलन किसी चीज का क्या चलन चल रहा है क्या चीज ज्यादा चर्चा में है जैसे कि अगर लोग बोले अभी चश्मे का ट्रेन्ड चल रहा है तो ज्यादा तर चश्मा लगा कर घूम रहे हैं या चश्मे का इस्तेमाल कर रहे हैं ये सिर्फ एक उदाहरण है।
तो समझ आ रहा होगा कि जो चीज लगातार चलन में रहती है या ज्यादा चलती है उसे एक तरह से ट्रेन्ड कहते हैं जैसे अगर शेयर मार्केट लगातार ऊपर जा रहा होता है तो उसे हम अपट्रेन्ड कहते हैं।
ये जरूरी नहीं है कि हम एक दिन का चार्ट देख कर पता लगा लें कि क्या ट्रेन्ड चल रहा है हम एक दिन के ग्राफ से ये नहीं बता सकते कि मार्केट या शेयर किस ट्रेन्ड में चल रहा है ये हमें समझना होगा, पता करना होगा मार्केट पर नजर रख कर।
हम मार्केट के ग्राफ को देखकर ट्रेन्ड का पता आसानी से लगा सकते हैं।
स्टॉक मार्केट में ट्रेन्ड के प्रकार । Types of Trend in Stock Market.
स्टॉक मार्केट में ट्रेन्ड के मुख्यत: तीन प्रकार होते हैं।
1. अपट्रेन्ड Uptrend।
2. डाउनट्रेन्ड Downtrend।
3. साइड बेयज Sideways।
स्टाॅक मार्केट में अपट्रेन्ड क्या होता है ?What is Uptrend in Stock Market?
शेयर बाजार की बात करें तो इसे समझना आसान हो जाता है अगर आप कोई बिजनेस करते हैं या किसी कंपनी में काम करते हैं तो, क्योंकि जैसे हमें बिजनेस में फायदा होता है तो हमारी इनकम बढ़ती है l और अगर हमें नुकसान होता है तो हमारी इनकम घटेगी और अगर हमें न ज्यादा फायदा हो और न कोई नुकसान हो तो हमारी इनकम एक समान रहती है। बस इतना ही समझना है।
जैसा कि कई लोग कहते हैं ट्रेंड को पहचानना इतना आसान है की एक बच्चा भी चार्ट में देख कर बता देगा की मार्केट का ट्रेंड ऊपर जा रहा है या नीचे।
जब शेयर बाजार में हम किसी शेयर का ग्राफ देखते हैं तो उसमें एक लाइन आती है जो उस ग्राफ में ऊपर नीचे जा रही होती है। जब ग्राफ की लाइन लगातार ऊपर जा रही होती है तो उसे अपट्रेन्ड कहते हैं।
जब स्टाॅक मार्केट में अपट्रेन्ड चल रहा हो तब क्या करना चाहिए? What to do in Stock market uptrend?
कई लोग कहते हैं शेयर बाजार एक जुए कि तरह होता है। काफी हद तक लोग सही ही कहते हैं क्योंकि शेयर मार्केट हो या कोई खेल हो बाजी कब पलट जाए ये किसी को पता नहीं होता है, उसी तरह शेयर मार्केट में भी कोई भी व्यक्ति यह नहीं बता सकता कि मार्केट में आगे क्या होने वाला है लेकिन ट्रेन्ड को समझ कर हम ये थोडा बहुत अन्दाजा लगा सकते हैं कि अब मार्केट में आगे क्या हो सकता है।
जब अप ट्रेन्ड चल रहा होता है उस समय सभी लोग शेयर को खरीदने की सलाह देते हैं। तो जब अपट्रेन्ड चल रहा हो तो शेयर को खरीद लें जैसे ही ट्रेन्ड बदले या डाउन ट्रेन्ड आए तो शेयर को बेच देना चाहिए।
स्टाॅक मार्केट में डाउन ट्रेन्ड क्या होता है?। What is Downtrend in Stock Market?
जब मार्केट में अपट्रेन्ड होता है तो ग्राफ में मार्केट ऊपर की ओर जाता हुआ दिखाई देता है और जब डाउनट्रेन्ड होता है तो ग्राफ में मार्केट नीचे जाता हुआ दिखाई देता है।
ट्रेन्ड के बारे में एक छोटा सा बच्चा भी चार्ट में देख कर बता देगा कि अपट्रेन्ड चल रहा है या डाउनट्रेन्ड। क्योंकि ट्रेन्ड को समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है।
जब स्टाॅक मार्केट में डाउन ट्रेन्ड चल रहा हो तब क्या करना चाहिए? What to do in Stock market Down trend?
जब डाउन ट्रेन्ड चल रहा हो तो हमें मार्केट में सारे शेयर को बेच देना चाहिए। ताकि जब स्टॉक मार्केट का ट्रेन्ड बदले तो शेयर को अपट्रेन्ड के वक्त खरीद सके।
कहने का मतलब है कि एक बहुत ही सफल लेखक ने कहा है कि स्टॉक मार्केट में फायदा शेयर को खरीदते समय होता है न कि शेयर को बेचते समय। इसलिए शेयर को हमें तब खरीदना चाहिए जब मार्केट नीचे गिर रहा हो और शेयर को तब बेचना चाहिए जब मार्केट ज्यादा ऊंचाई पर पहुंच चुका हो।
स्टाॅक मार्केट में साइड बेयज क्या होता है? What is Sideways in Stock Market.
यह परिस्तिथि स्टॉक मार्केट में तब बनती है जब मार्केट न तो ज्यादा ऊपर जा रहा हो या न ज्यादा नीचे जा रहा हो तब यह स्तिथि बनती है। जिसे हम साइड बेयज कहते हैं क्योंकि इस स्तिथि में मार्केट का अंदाजा लगाना कि मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे ये बताना बहुत ही मुश्किल होता है।
साइड बेयज में एक स्टॉक अपनी एक लिमिट में रहता है लेकिन ये जरूरी नहीं कि कोई फिक्स नम्बर होगा जैसे अभी टाटा पॉवर का शेयर साइड बेयज में चल रहा था क्योंकि शेयर कि प्राइस 208 से 230 के बीच में ही ट्रेड कर रहा था।
ये जरूरी नहीं है कि हम एक दिन का चार्ट देख कर पता लगा लें कि क्या ट्रेन्ड चल रहा है हम एक दिन के ग्राफ से ये नहीं बता सकते कि मार्केट या शेयर किस ट्रेन्ड में चल रहा है ये हमें समझना होगा, पता करना होगा मार्केट पर नजर रख कर।
जब स्टाॅक मार्केट में साइड बेयज चल रहा हो तब क्या करना चाहिए? What to do in Stock market Side Ways?
मान कर चलते हैं आपको कहीं जाना हो वो भी समुद्र को पार करके और आपको किसी ऐसे जहाज में बिठा दिया जाए जिसका कोई पता नहीं कि वह कब डूब जाएगा तो ऐसा कौन होगा जो उस जहाज में बैठना चाहेगा?
जहां तक मेरा खुद का मानना है मैं तो ऐसे जहाज में नहीं बैठूंगा, क्योंकि इसमें डूबने कि संभावना नजर आ रही है।
स्टॉक मार्केट में साइड बेयज वाली स्तिथि ऐसी ही होती है जिसका कोई भरोसा नहीं होता कि अब इसके बाद शेयर मार्केट में अपट्रेन्ड आयेगा या डाउन ट्रेन्ड तो ऐसी परिस्तिथि में क्या करना चाहिए ये आप सब को पता है।
साइड बेयज में अगर आपके पास शेयर हैं तो उन्हें होल्ड करके रखें न ज्यादा शेयर खरीदें न ज्यादा शेयर को बेचें।
स्टॉक मार्केट काफी हद तक हमारी जिंदगी कि तरह है कभी ऊपर कभी तो नीचे और कभी न ऊपर न नीचे मेरा मतलब हमारी जिंदगी में कभी खुशियां ही खुशियां आ जाती हैं तो कभी दुख ही दुख और कभी कभी हमारी जिंदगी बिल्कुल नार्मल चलती है यही स्टॉक मार्केट में होता है।
जब हमारी जिंदगी में खुशियां आती हैं तो मतलब अपट्रेन्ड चल रहा होता है।
जब हमारी जिंदगी में दुख आता है तो मतलब डाउनट्रेन्ड चल रहा है।
और जब हमारी जिंदगी सामान्य चलती है तो मतलब साइड बेयज चल रहा है।
इसी तरह शेयर मार्केट होता है। मैंने ये सभी आप को समझाने के लिए बताया है और मुझे आशा है कि आपको सब कुछ समझ में आ गया होगा।
स्टॉक मार्केट एक ऐसा रास्ता है जो एक आम इंसान को खास आदमी में बदल सकता है एक गरीब इंसान को अमीर बना सकता है, लेकिन सफल वही व्यक्ति होता है जो सही जानकारी के साथ सीखता है और आगे बढता है। स्टॉक मार्केट के बारे में और अधिक जानकारी के लिए
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