शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती है?
What is Trading in share market?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या होती है? । What is Trading in share market?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग(Trading) बहुत ही आसान है जैसे हम शेयर को खरीदते और बेचते हैं उसी तरह से ट्रेडिंग की जाती है, अब आप लोग बोलोगे कि शेयर खरीदना और बेचना तो इन्वेस्टर(Investor) भी करते हैं।
बिल्कुल हां, ट्रेडिंग भी ठीक इसी तरह की जाती है बस फर्क सिर्फ इतना सा होता है कि इन्वेस्टर शेयर को ज्यादा समय के लिए खरीद कर रखता है, और ट्रेडर(Trader) शेयर को कम समय के लिए खरीदते हैं या शेयर को खरीदते और बेचते रहते हैं, शेयर को जल्दी-जल्दी खरीदना-बेचना ट्रेडिंग कहलाता है।
ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है? Types of Trading.
शेयर बाजार एक ऐसा माध्यम है जहां आप अपना पैसा निवेश कर सकते हैं, क्योंकि शेयर बाजार में कई सारी कम्पनियां रजिस्टर्ड(Registered Company) होती हैं जिनमें स्टॉक एक्सचेंज(Stock Exchange) के माध्यम से हम अपना पैसा शेयर बाजार में निवेश(Invest) कर सकते हैं।
हाल ही में पूछे जाने वाले सवाल:-
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कहां से कर सकते हैं? । Trading in share market easy.
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए हमें अलग से कुछ करने की जरूरत नहीं होती है हम अपने डीमेट अकाउन्ट से ही ट्रेडिंग कर सकते हैं। ट्रेडिंग करने के लिए लोग अलग-अलग डीमेट अकाउन्ट ब्रोकर से ट्रेडिंग करते हैं। आप ट्रेडिंग करने के लिए या शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए अपना डीमेट अकाउन्ट Groww एप में खोल सकते हैं।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आप कई सारे ब्रॉकर एप की मदद से अपना डीमेट अकाउन्ट खुलवा सकते हैं लेकिन कई सारे ब्रॉकर एप में बहुत ज्यादा चार्ज लगता है इसलिए सही ब्रॉकर एप को चुनें जिसमें कम से कम चार्ज लगे।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहिए या नहीं? Should we do Trading in share market?
वैसे तो ये हर इंसान का खुद का अलग-अलग सुझाव(Opinion) होता है लेकिन अगर वाकई में देखा जाए तो कई लोग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग से एक दिन का लाखों भी कमाते हैं तो वहीं कई सारे लोग इसी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग से लाखों गवा भी देते हैं।
ऐसे में क्या किया जाए ये सबसे बडी समस्या है लेकिन अगर हम बात करें कि इससे कमा कौन रहा है तो बता दूं वह व्यक्ति जो इसमें सीखने पर ध्यान देता है वह अपने कई सालाें की मेहनत और अभ्यास के बाद कमा पाता है। और इसमें पैसा वह इंसान गवा देता है जो बिना सीखे इसमें पैसा लगाता है। तो अगर ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो पहले खुद को सिखाने के ऊपर निवेश(Invest) करें फिर सीखने के शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
क्या शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना एक जुआ है? Trading in share market is Gambling?
बिजनेस की फील्ड(Field) में हमें कई सारी बातें सुनने में आती हैं जो व्यक्ति अपने दम पर अपना व्यापार(Business) करना चाहता है या अपने दम पर सफल होना चाहता है उसको कई सारी बाते सुनने में आती हैं लोग उससे बोलते हैं ये क्या कर पाएगा?
बिजनेस छोड कर नौकरी करने पर ध्यान दो, घर वालों को बर्बाद कर दोगे, ये हो जायेगा, वो हो जायेगा, तुमसे न हो पायेगा, बहुत कुछ लेकिन जो व्यक्ति अपनी दम पर इन सब परेशानियों(Problems) को पीछे छोड कर आगे बड कर अपने सपनों(Dreams) को पूरा करता है वह इन सबके लिए एक आदर्श(Inspiration) बन जाता है।
मेरा कहने का मतलब है लोग तो बाते करते हैं चाहे आप कुछ करो या मत कराे तो लोगों की बाताें पर ध्यान देने से बढिया है हम अपने काम पर ध्यान लगायें क्योंकि कुछ लोगों का नजरिया(Attitude) कभी नहीं बदलता, और फिर लोगों को तो भगवान से भी समस्या रहती है।
हम तो फिर भी इंसान हैं और शेयर बाजार के बारे में गलत धारणा वही व्यक्ति रखता है जिसको जानकारी नहीं होती या फिर बिना जानकारी के ट्रेडिंग में पैसा लगा कर घर बैठा हो वही व्यक्ति ऐसा बोलता है कि ये सब जुआ है।
अगर ये सब जुआ होता तो दुनिया में सबसे ज्यादा सफल लोगों में आने वाला व्यक्ति बारेन बफे (Warren Buffett) भी गलत होते लेकिन ऐसा नहीं है।
भारत में भी कई सारे ऐसे लोग हैं जो अच्छी निवेश रणनीति(Investing Strategy) और अपनी सूझ-बूझ से शेयर बाजार से ही करोडों रूपये कमा कर अपनी जिंदगी को शान से जी रहे हैं। जैसे- राधाकिशन दमानी, विजय केडिया, राकेश झुनझुनवाला आदि।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग मार्केट में ट्रेडिंग करने से पहले ये कहानी जानना जरूरी है।
You should must know before Trading in share market.
जेसी लिवरमोर अपने समय के
महानतम स्टॉक ट्रेडर थे। उनका जन्म 1877 में हुआ और जब लोग जानते भी नहीं थे कि
ट्रेडिंग क्या है, वे एक पेशवर ट्रेडर(Professional Trader) बन गये। 30 वर्ष की उम्र में उनकी संपत्ति
मुद्रास्फीति समायोजित होने के बाद $100 मिलियन थी।
1929 में जेसी लिवरमोर विश्व के सबसे जाने-माने निवेशकों में से
एक थे । उस बर्ष स्टॉक मार्केट में आयी गिरावट जिसने महामंदी की शुरुआत की, उसने इतिहास में लिवरमोर की
विरासत को और भी मजबूत कर दिया।
अक्टूबर 1929 के एक सप्ताह में स्टॉक मार्केट के एक तिहाई से अधिक मूल्य का सफाया हो गया, जिसके दिनों को बाद में काला सोमवार, काला मंगलवार, और काला गुरुवार नाम दिया गया।
लिवरमोर की पत्नी डॉरोथी काफी डरी हुई थीं जब उनके पति 29 अक्टूबर
की शाम को घर पहुंचे । वॉल स्ट्रीट के सट्टेबाजों के आत्महत्या करने की खबरें
पूरे न्यूयार्क में फैल रही थीं। उन्होंने अपने बच्चें के साथ रोते हुए जेसी का
दरवाजे पर स्वागत किया । और उनकी मां इतनी व्याकुल थी कि वे दूसरे कमरे में बंद
होकर रो रही थीं।
जीवनी लेखक टॉम रूबीथॉन के अनुसार जेसी कुछ पलों तक हक्के बक्के
होकर खडे रहे, यह समझने से पहले कि आखिर हो क्या रहा था।
फिर उन्होंने अपने परिवार को यह खबर सुनाई: भाग्य की दरकार और
मौलिक सूझ से वे स्टॉक मार्केट में गिरावट पर दांव लगा रहे थे।
‘आपका मतलब हम बर्बाद नहीं हुए?’
डॉरोथी ने पूछा।
‘नहीं प्रिय, आज मेरा ट्रेडिंग में सबसे अच्छा दिन था- हम शानदार ढंग से अमीर
हो गये हैं और जो भी चाहें वह कर सकते हैं,’ जेसी ने कहा
डॉरोथी दौडकर अपनी मां के पास गयी और उन्हें चुप होने को कहा।
एक ही दिन मेकं जेसी लिवरमोर ने 3 बिलियन डॉलर से भी अधिक के बराबर
की कमाई की थी।
स्टॉक मार्केट के इतिहास के सबसे खराब महीने में वे विश्व के
सबसे धनवान लोगों में से एक बन गये।
जब लिवरमोर का परिवार इस अद्भुत सफलता का जश्न मना रहा था, एक दूसरा व्यक्ति निराशा
में वॉल स्ट्रीट की गलियों में भटक रहा था।
अब्राहम जर्मान्स्की एक करोड़पति रियल एस्टेट निर्माता थे जिन्होंने
1929 के तुफानी दशक में काफी सम़ृद्धि प्राप्त की। जैसे ही अर्थव्यवस्था तेजी
से बढी उन्होंने वही किया जो वस्तुत: हर दूसरे सफल न्यूयॉर्क निवासी ने किया: स्टॉक
मार्केट की बढती कीमत पर जम कर दांव लगाया।
26 अक्टूबर, 1929 को द न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक लेख प्रकाशित किया
जिसने दो पैराग्राफ में एक दुखद अंत दर्शाया:
बर्नार्ड एच सैंडलर, 225 ब्राडवे के बकील,
से कल माउंट वर्नन की श्रीमति
अब्राहम जर्मान्सकी ने अपने पति को ढँढने में मदद मॉगी, जो गुरूवार से
लापता हैं। 50 वर्षीय जर्मान्स्की जो रियल एस्टेट ऑपरेटर हैं, सैंडलर के
अनुसार उन्होंने स्टॉक में जम कर निवेश किया है।
सैंडलर ने कहा कि
श्रीमती जर्मान्सकी ने उन्हें बताया कि एक मित्र
उनके पति को गुरूवार को देर रात वॉल स्ट्रीट में स्टॉक एक्सचेंज
के पास
देखा था। उनके सूचना देने वाले के अनुसार उनके पति एक टिकर टेप को
फाडकर, उसके छोटे छोटे टुकड़ों को फुटपाथ पर बिखेरते हुए ब्रॉडवाक की
ओर जा रहे थे। और वह, जैसा कि हम जानते हैं,
अब्राहम जर्मान्स्की का
अंत था।
यहां
हम एक अंतर देख सकते हैं।
अक्टूबर 1929 की गिरावट ने जेसी लिवरमोर को विश्व के सबसे धनवान लोगों
में से एक बना दिया। वहीं इसने अब्राहम जर्मान्सकी को बर्बाद कर दिया, और शायद उनकी जान भी ले ली।
लेकिन अगर चार साल आगे बढ़ें तो इनकी कहानियां फिर एक दूसरे से टकराती
हैं।
अपने 1929 के व्यवसाय के बाद, लिवरमोर ने अधिक आत्मविश्वास से और बड़े से बड़ा निवेश
किया। यह उनके सर से ऊपर चला गया और वे बढ़ते कर्ज में डूब गये, और फलत: स्टॉक मार्केट में सब
कुछ गंवा बैठे।
दिवालिया और शर्मिंदा होकर, वे 1933 में दो दिनों के लिये गायब हो गये। उनकी पत्नी उन्हें ढूंढने निकली। ‘जेसी एल लिवरमोर,1100 पार्क एविन्यू में रहने वाले स्टॉक मार्केट ऑपरेटर, लापता है और उन्हें कल दोपहर 3 बजे से देखा नहीं गया है,’ द न्यूयॉर्क टाइम्स ने 1933 में लिखा।
वे वापस लौटे, लेकिन उनका रास्ता तय हो चुका था। लिवरमोर ने अंत में अपनी जान ले
ली।
समय अलग अलग था, लेकिन जर्मान्स्की और लिवरमोर में एक समानता थी: वे दोनो धनवान बनने
में बहुत अच्छे थे, और धनवान बने रहने में उतने ही खराब।
अगर आप सोचते हैं कि ‘धनवान’ शब्द आप पर लागू नहीं होता, इस अवलोकन से मिली सीख सब पर
लागू होती है, और आय के हर स्तर पर।
संपत्ति प्राप्त करना एक बात है, और इसे बनाये रखना दूसरी।
सोर्स - धन-संपत्ति का मनोविज्ञान
इसीलिए जो ज्यादातर सफल निवेशक होते हैं वह हमें ट्रेडिंग करने से मना करते हैं क्योंकि सारा पैसा डूब जाने और अधिक कर्ज में डूबने के बाद बहुत कम लोग उस समस्या से बाहर आ पाते हैं। इसलिए कभी भी लोन लेकर ट्रेडिंग न करें। शेयर बाजार की और अधिक जानकारी के लिए addastocks.com पर जा सकते हैं।
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